Sarvpriya Sangwan: सर्वप्रिया सांगवान ने अपने फेसबुक (Facebook) पर लोकतंत्र को लेकर एक पोस्ट लिखा है जिसे नेटिज़ेंस काफ़ी पसंद कर रहे हैं. उन्होंने लिखा है-
हांग कांग में एक बिल के ख़िलाफ़ जून में विरोध प्रदर्शन शुरू हुए. आज तक चल रहे हैं. पुलिस और प्रदर्शनकारियों में कई झड़प हो चुकी हैं. हिंसक प्रदर्शन हुए. पुलिस की गोली से दो मौत हुई.
भारत में भी एक क़ानून के विरोध में प्रदर्शन शुरू हुए. अभी एक महीना भी नहीं हुआ. 25 मौत. चीन में एक पार्टी राज है, लोकतंत्र नहीं है. भारत एक लोकतंत्र है.
याद करिए, बाबा रामदेव ने काले धन को लेकर एक धरना प्रदर्शन किया था. कांग्रेस राज में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और एक महिला राजबाला की मौत हो गयी थी. पूरा मीडिया उस एक मौत को लेकर सरकार से जायज़ सवाल कर रहा था.
आज क्या हो रहा है? पुलिस घर में घुस कर प्रदर्शनकारियों को मार रही है. एक विश्वविद्यालय में घुस कर हमला किया जाता है. पेपर पर हम लोकतंत्र हैं![sic]
सर्वप्रिया सांगवान की फेसबुक वाल से. सर्वप्रिया सांगवान हाल में BBC में कार्यरत हैं. इससे पहले वह NDTV में काम कर चुकी हैं.