इस्लामिक स्टेट (Islamic State) आंतकी समूह का सरगना अबू बक्र अल-बगदादी (Abu Bakr al-Baghdadi) शनिवार को उत्तर-पश्चिमी सीरिया में अमेरिका के विशेष बलों के हमले में मारा गया. पिछले पांच वर्षों में, बगदादी के ठिकाने के बारे में कम जानकारी मिल पाई थीं. और इस दौरान कई बार उसके मारे जाने की खबरें भी आईँ.
दुनिया की सर्वश्रेष्ठ खुफिया एजेंसियों द्वारा खोजे जाने और अमेरिकी अधिकारियों द्वारा उसके बारे में सूचना देने के लिये ढाई करोड़ अमेरिकी डॉलर का इनाम रखने के बावजूद बगदादी हाथ नहीं आया.
बगदादी इराक में अल-कायदा (Al-Qaeda) में शामिल हो गया, जिसका बाद में इराक के इस्लामिक स्टेट और अन्य इस्लामी समूहों के साथ विलय हो गया. वह अमेरिकी सेना द्वारा अपने पूर्ववर्ती के मारे जाने के बाद 2010 में समूह का नेता बन गया.
इसके बाद उसने 2013 में समूह का नाम बदलकर आईएसआईएल या आईएसआईएस किया और 2014 में खुद को उसका खलीफा घोषित कर लिया.
व्हाईट हाउस (White House) में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प (Donald Trump) ने यह ऐलान किया, “अबू बक्र अल बगदादी मर चुका है”. ट्रंप ने कहा कि “क्रूर” संगठन इस्लामिक स्टेट का सरगना और दुनिया का नंबर एक आतंकवादी बगदादी “कुत्ते और कायर की” मौत मारा गया.
राष्ट्रपति ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में प्रेस कांफ्रेस के दौरान अल-बगदादी की मौत की पुष्टि करते हुए कहा, आईएस का सरगना अपने जीवन के अंतिम क्षणों में रोया, चीखा-चिल्लाया और फिर अपने तीन बच्चों की हत्या कर खुद को बम से उड़ा लिया.
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) October 27, 2019
ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका के विशेष अभियान बलों ने रात के समय “साहसिक और जोखिम भरे अभियान’’ को शानदार ढंग से अंजाम दिया.
ट्रम्प ने बताया कि, “अल-बगदादी एक तरफ से बंद सुरंग में भागते हुए गया. इस दौरान वह पूरे समय रोता और चिल्लाता रहा. जिस ठग ने दूसरों के मन में डर पैदा किया, उसके जीवन के अंतिम क्षण अमेरिकी सेना के खौफ में बीते।” अभियान में एक भी अमेरिकी सैनिक हताहत नहीं हुआ, लेकिन बगदादी के कई समर्थक मारे गए.
ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने उपराष्ट्रपति माइक पेंस और सैन्य अधिकारियों के साथ व्हाइट हाउस से अभियान का सीधा प्रसारण देखा. आईएस ने लोगों पर बहुत अत्याचार किये, जिसके चलते हजारों लोगों को जान गंवानी पड़ी।
बगदादी की मौत को राष्ट्रपति ट्रंप के लिये बड़ी राजनीतिक जीत माना जा रहा है, जो विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से महाभियोग की प्रक्रिया का सामना कर रहे हैं.
ट्रम्प ने अभियान में सहयोग देने के लिये रूस, तुर्की, सीरिया, और इराक को धन्यवाद दिया. ट्रंप ने कहा, “यह एक खुफिया मिशन था. मिशन की प्रक्रिया शाम पांच बजे शुरू की गई थी.
उन्होंने बताया, अभियान से पहले 11 बच्चों समेत कई लोगों को बचाया गया. डीएनए (DNA) जांच में साबित हो गया है कि वह बगदादी था. हमले में उसकी दो पत्नियां भी मारी गईं.
तुर्की के राष्ट्रपति रेसिप तैयब अर्दोगन (Recep Tayyip Erdoğan) ने अल-बगदादी के मारे जाने की खुशी जताते हुए कहा कि यह आतंकवाद के खिलाफ़ अहम मोड़ है.
The killing of Daesh’s ringleader marks a turning point in our joint fight against terrorism. Turkey will continue to support anti-terror efforts — as it has done in the past.
— Recep Tayyip Erdoğan (@RTErdogan) October 27, 2019
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने इस्लामिक स्टेट के सरगना अबू बक्र अल-बग़दादी की मौत पर खुशी जताते हुए इसे महत्वपूर्ण घटना करार दिया, उन्होंने कहा कि उसके समूह के खिलाफ लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है.
The death of Baghdadi is an important moment in our fight against terror but the battle against the evil of Daesh is not yet over.
We will work with our coalition partners to bring an end to the murderous, barbaric activities of Daesh once and for all.
— Boris Johnson (@BorisJohnson) October 27, 2019
रक्षा मंत्री बेन वैलिस (Ben Wallace) ने कहा कि इस्लामिक स्टेट समूह के ज्यादातर नेताओं ने अपने बुरे लक्ष्यों से हज़ारों लोगों को बरगलाकर इस्लाम को गलत तरीके से पेश किया है.
“The UK has played a leading role in the Global Coalition Against Daesh, working hand in hand with international partners to defeat the group and we will continue to do so.” @PA @BBCNews
— Rt. Hon Ben Wallace MP (@BWallaceMP) October 27, 2019